हरे रामा हरे कृष्णा फिल्म में जीनत अमान ने देव आंनद की बहन का किरदार निभाया था हलाकि यह रोल पहले मुमताज को ऑफर किया गया था लकिन उन्होंने यह अभिनय करने से मना कर दिया था और जिद में फिल्म की हेरोइन बन गयी इन दोनों के बीच बहुत ही गहरी दोस्ती थी जब देव आंनद की मौत हुई तो वह उन्हें देखने नहीं पहुंची उन्होंने कहा कि में उनको इस हालत में नहीं देख सकती क्योंकि में उनको एवरग्रीन देखना चाहती हु ।
बता दें कि एक इंटरव्यू में मुमताज़ ने बताया कि हरे रामा हरे कृष्णा में देव आंनद की बहन का किरदार करने से क्यों मना किया था। उन्होंने बताया की खुद देव आनंद यह रोल लेकर मेरे घर आये थे और उन्होंने मुझे हरे रामा हरे कृष्णा फिल्म की स्टोरी सुनाई वह चाहते थे की में उस फिल्म में उनकी बहन बनू ,’ फिर मुझे लगा की हमरी आई पिछली फिल्म “तेरे मेरे सपने” में पति-पत्नी बनने के बाद अब भाई-बहन बनना काफी अजीब लगेगा इस लिए मैंने यह रोल करने से मना कर दिया। देव आनंद को मैंने फिल्म में हेरोइन बनने को कहा तो वह मुझे समझने लगे और कहा कि फिल्म में हेरोइन से बड़ा बहन का रोल है लेकिन में अपनी बात पर तिकी रही और वह मान गए और कहा की जो तुम चाहो वो रोल कर सकती हो क्योंकि फिल्म तेरे मेरे सपने में हमारी जोड़ी लोगो को काफी पसंद आई थी। मुमताज़ ने बताया की देव आंनद मुझे बहुत पसंद करते थे और में भी उनको काफी पसंद करती थी वे मुझसे ही सेट पर अपने स्कार्फ़ सेलेक्ट करवाते थे। उनके मेकअप रूम में करीब 6 से 7 स्कार्फ़ होते थे उनके बीच उन्हें में ही स्कार्फ़ चुनकर देती थी।
3 दिसंबर 2011 को लंदन में देव आनंद की मौत हुई थी उस वक्त मुमताज़ भी लंदन में थी। जब उन्होंने देव आनंद साहब की मौत की खबर सुनी तो वह सदमे में चली गयी और मुमताज़ उन्हें आखिरी बार भी देखने की हिम्मत नहीं जुटा पायी। उन्होंने कहा कि मेरे से कुछ ही दूरी पर उनका होटल था मुझे आज भी याद है कि सब लोग मुझे आकर कहे रहे थे कि उन्हें एक बार जाकर देख लू , लेकिन मैंने मना कर दिया।
मुमताज़ ने कहा कि में उन्हें बहुत प्यार करती थी इसलिए में उन्हें इस हालत में नहीं देख सकती थी क्योंकि में उन्हें हमेशा एवरग्रीन देखना चाहती थी।