‘ग़ज़लों के बादशाह’, जिनका आज जन्म दिवस हैं और यह आज भी लाखों प्रशंसकों के दिलों में जीवित हैं
बॉलीवुड के जाने माने ग़ज़ल गायक जगजीत सिंह का जन्म 8 फरवरी 1941 को हुआ था। ग़ज़ल गायक जगजीत सिंह सुलीली आवाज़ के बादशाह थे। उनकी आवाज़ सब के दिल में बस जाती थी और आज भी सब उनकी ग़ज़ल के दीवाने हैं लेकिन एक समय ऐसा आया जब जगजीत सिंह को बी ग्रैड सिंगर का ख़िताब दिया गया था पर उन्होंने कभी भी हर नहीं मानी, जब वो अपनी पहली प्रस्तुति करने गए तो सब उनपर हसने लगे लेकिन उन्होंने कभी भी हौसला नहीं छोड़ा. जगजीत सिंह ने अपनी ज़िन्दगी में कभी भी हर नहीं मानी। आइये आपको बताते हैं उनके संगर्ष की कहानी।
जगजीत सिंह का जन्म श्रीनगर में हुआ था संगीतकार का इंट्रेस्ट बच्चों से ही संगीत में था जगजीत सिंह ने अपने यहाँ से ही संगीत की शिक्षा ली। संगीत की शिक्षा लेने के बाद उन्हें जालंधर आना पड़ा। जालंधर से ही इन्होने अपने कॉलेज की पढाई प्राप्त की।
जगजीत सिंह का बचपन से ही तय था की उन्हें बड़े होकर एक सिंगर बनना था 1965 में उन्होंने मुंबई आने का मन बना लिया और मुबंई आकर अपना करियर स्टार्ट कर दिया था। स्टार्टिंग में उनके पास रहने और खाने की कोई सुविधा नहीं थीं इसलिए जगजीत सिंह ने शादी और पार्टयों से गाना गाना स्टार्ट कर दिया। जीवन में बहुत से संघर्ष के बाद उन्होंने अपनी आवाज़ से सबको दीवाना बना लिया और सब के दिल में बस गए।
जगजीत सिंह ने चित्रा सिंह के साथ मिलकर साल 1976 में एक एल्बम रिलीज़ किया। जिसका नाम ‘द अनफॉरगेटेबल’ था। जगजीत सिंह का पहला ही एल्बम बहुत ज्यादा पॉपुलर हुआ और उन को खूब सरहाना मिली । इस गाने ने दोनों को स्टार बना दिया जगजीत और चित्रा की आवाज उस समय के लोगो के दिल में घर कर गयी थी। चित्रा सिंह और जगजीत सिंह का गाना ‘बात निकली है तो दूर तक जाएगी ‘ लोगों को खूब पसंद आया।
बाद में जगजीत सिंह ने बहुत मेहनत की और 1980 आते-आते ग़ज़ल के सम्राट बन गए। उन्होंने प्रेमगीत,अर्थ, सरफरोश, लीला, वीर जारा, जिस्म और जॉगर्स पार्क, तुम बिन जैसी फिल्मों में अमर गीत गाए थे। इन सब फिल्मो के गीत आज भी बहुत पसंद किये जाते हैं।