The Tearsmith Review: दो अनाथ टीन-एजर्स के बीच गहन प्रेम की कहानीइस मूवी को देखने की सबसे बड़ी वजह इसका नाम था ,जिसने मेरा ध्यान एकदम से इसकी ओर खींचा। इसके पहले कभी यह शब्द नहीं सुना था। मूवी की नायिका नायक के लिए कहती है कि वह टियरस्मिथ है । यानी परीकथाओं का विलेन भेड़िया जो हमेशा राजकुमारी को दुख पहुंचाता और रुलाता है।
जैसे सोने का काम करने वाला गोल्डस्मिथ ,कॉपर का काम करने वाला कॉपर स्मिथ । वैसे ही जो रुलाये ,वह टियरस्मिथ।
फ़िल्म देखते देखते मन एकदम से उदास हो गया। कई बार ख़ूबसूरत चीजें गहरी उदासी में लिपटी हुई आती हैं। कई दुख इसलिए सौंदर्यपूर्ण होते हैं कि वे रचे गए होते हैं बहुत सारे प्रेम और करुणा से।
दो अनाथ टीन-एजर्स के बीच गहन प्रेम लेकिन प्रत्यक्ष में एक दूसरे के प्रति सिर्फ नफरत। लड़की के लिए लड़का टियरस्मिथ है जो उसे बचपन से रुलाता आया है। जबकि वह नहीं जानती कि यही लड़का रातभर चुपके से उसका हाथ थामकर बैठा रहता था जब वार्डन पनिशमेंट के तौर पर उसे अंधेरे कमरे में बन्द कर देती थी।
दोनों अपने अपने दुखों और अवसादों के साथ जी रहे हैं। दोनों के मन पीड़ा से भरे हुए हैं। लड़की अतिरिक्त आज्ञाकारी है और लड़का अतिरिक्त रिबेलियस। यह उनका कवच है जिससे वे अपने कच्चे और भयभीत मन को ढक देते हैं।
कच्ची उम्र जब प्रेम से महरूम हो तो उन्हें देखना ही एक त्रासदी है। हमेशा सोचती हूँ कि दुनिया भर में क्या कोई ऐसा कानून नहीं हो सकता जहां सारे देश एकमत हों कि चाहे जो हो बच्चों के हिस्से किसी तरह की तकलीफ नहीं आएगी। अनाथ बच्चों को तो थोड़ा अतिरिक्त प्रेम दिया जाएगा । बच्चों की आँख का आँसू मेरे जैसे लोगों के दिल पर सबसे भारी बोझ की तरह गिरता है।
फ़िल्म का अंत सुखद है । सुखद इस मायने में कि अंत में टियरस्मिथ का एक नया अर्थ सामने आता है। लड़का आईसीयू में एडमिट है और लड़की उसके ठीक होने की दुआएं मांगती उसके करीब बैठी है। उसकी आँखों में आंसू हैं और तब वह जान पाती है कि टियरस्मिथ वह होता है जिसे आप इतना प्रेम करते हैं कि उसकी तकलीफ आपकी आँखों से रुलाई बनकर फूट पड़ती है।
मैं सोच रही थी कि टियरस्मिथ को हिंदी में कहना हो तो क्या कहेंगे ?
अश्रुकार या अश्रुशिल्पी या कुछ और ?
बहरहाल मैं सचमुच इस नाम की मुहब्बत में हूँ । मैं इसे इसके अंत वाले अर्थ के साथ लेना चाहती हूं । जो नफरत की वजह से रुलाता हो उसके लिए इतना खूबसूरत लफ्ज़ क्यों ज़ाया करना। जो कमबख्त प्यार में रुलाये उसका हक है टियरस्मिथ कहलाने का।
मैं अपनी ज़िंदगी के टियरस्मिथ के बारे में सोच रही हूँ। कई नाम जेहन में तैर गए हैं । जिसमें सबसे पहले दो नाम हैं मम्मी और रूमी।
मूवी नेटफ्लिक्स पर देखी जा सकती है।